शनि के पिता |
: श्री सूर्यदेव |
माता |
: छाया (सुवर्णा) |
शनि के भाई |
: श्री यमराज |
बहन |
: यमुना (ताप्ती) |
गुरु |
: शिवजी |
रंग |
: श्याम-कृष्ण |
रूचि |
: आध्यात्म, कानून, कूटनीति, राजनीति |
शनि का स्वभाव |
: गंभीर, त्यागी, तपस्वी, हठी, क्रोधी |
शनि के अन्य नाम |
: कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, सौरी, शनैश्चर, कृष्णमंद, रौद्र, आतंक, यम |
शनि के प्रिय सखा |
: कालभैरव, हनुमान जी, बुध्द, राहु |
शनि की प्रिय राशि |
: कुंभ, मकर |
आधिपाती |
: रात |
शनि का कार्यक्षेत्र |
: धरती का न्यायदाता |
शनि का प्रिय दिन |
: शनिवार, तिथि-अमावस |
शनि का नक्षत्र |
: अनुराधा, पुष्य उत्तराभाद्र्पद |
रत्न |
: नीलम |
शनि की प्रिय वस्तुएं |
: काली वस्तुएं, काला कपड़ा, कड़वा तेल, गुड़, उड़द, खट्टा, कशैला पदार्थ
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शनि का प्रिय धातु |
: लोहा, इस्पात, |
शनि का व्यापार |
: लोहा, इस्पात, सीमेंट, कोयला, उधोग, कल-कारखाने, पेट्रोलियम, ट्रांस्फार्मर, मेडिकल, प्रेस, हार्डवेयर |
शनि के रोग |
: वातरोग, कैंसर, सुगर, किड्नी, कुष्ट, असाध्य रोग, पागलपन, ब्लडकैंसर, त्वचा रोग |
निदान |
: शनिवार के दिन संध्या या रात को दीन-हीन गरीब, बूढे व्यक्ति को शनि की प्रिय वस्तु दान में दे | |